रविवार, 11 मार्च 2012

पर्वतीय ग्रामीण महिलाओ की आर्थिक स्थिति और विकास........

.पर्वतीय ग्रामीण महिलाओ की आर्थिक स्थिति और विकास........
नारी हमेशा से ही सामाजिक रचना और व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा रही है ,किसी भी क्षेत्र की प्रगति में पुरुषो के साथ- साथ महिलाओ की अहम् भूमिका रहती है .इसीलिए पर्वतीय क्षेत्रो में भी महिलाओ के विकास के बिना परिवार और क्षेत्र की उन्नति संभव नहीं है ,उत्तराखंड में रोजगार के सीमित संसाधन होने के कारण पहाड़ी क्षेत्र का पुरुष वर्ग  जीविकोपार्जन के लिए अपने क्षेत्र और परिवार को छोड़कर बाहरी क्षेत्रो में जाने के लिए विवश है , इस स्थिति में पर्वतीय महिलाओ को दोहरी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है , ऐसी स्थिति में इन  क्षेत्रो  की आर्थिक स्थिति पूर्ण रूपेण महिलाओ पर ही निर्भर हो जाती है ,लेकिन पहाड़ी  क्षेत्रो  का विकास कम होने के कारण यहाँ के परिवेश में रुढ़िवादी परम्पराए और संकुचित मानसिकता आज भी विद्यमान है जिससे महिलाओ में शिक्षा और जागरूकता का अभाव है ,इसलिए इन क्षेत्रो की महिलाओ की शिक्षित और विकसित करने के लिए सजग प्रयास जरुरी है ,जिससे ये न केवल अपनी जिम्मेदारियों  का  भली - भाति निर्वाह कर सके ,अपितु सरकार द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओ का पूर्ण सही ज्ञान प्राप्त सके ,   साथ ही अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बन सके जिससे ये अपने परिवार और समाज का विकास कर सके .
गावों के विकास के बिना राज्य की उन्नति संभव नहीं है ,निर्धनता ,अशिक्षा ,बेरोजगारी ,ऋणग्रस्तता ,कमजोर वर्गों का शोषण ,जातिवाद और स्वास्थ्यहीनता आदि अनेक समस्याए है जिनका समय रहते निवारण होना जरुरी है , ऐसे स्थिति में महिला सशक्तिकरण एक आशा की किरण बनकर पर्वतीय क्षेत्रो में उभरी है , जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओ के लिए ऐसा वातावरण तैयार करना है जिसके माध्यम से वह आत्मनिर्भर बन सके ,
उत्तराखंड राज्य ६३४८३ वर्ग किलोमीटर में विस्तृत १३ जनपद ,४९ तहसीलों में १६७८१ आबाद गावों से बना है , जिसमे महिला वर्ग की संख्या,कुल जनसंख्या की ४९ % है , लिंगानुपात ९६४ है ,साक्षरता दर ५९.८३ % है.कार्यशील व्यक्तियों में  महिलाओ की हिस्सेदारी ३८ %  ,संगठित क्षेत्रो में कार्यरत १२ % ,सेवायोजन करायालायो में १८ % ,कुल कृषको में ५६.४% ,कुल खेतिहर मजदूरों में २६.६ % ,पारिवारिक उद्योगों में ३८.८ % तथा अन्य कार्यो में १२.५ % है . उत्तराखंड में चलाये गए प्रत्येक  आन्दोलन में महिलाओ की भागीदारी प्रभावी रही है ,उत्तराखंड राज्य बनने से पहले और बाद में महिलाओ ने प्रत्येक क्षेत्र में अपना योगदान दिया है .....                           

              

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